एक दोस्त से बिछड़ना है कल मुझे ....
पता नहीं कैसे काटेंगे उसके बगैर ये दिन ...
आज कलम भी जवाब देने लगी है मुझे ....
बस उसे भी शब्दों की खोज है कुछ कह पाने के लिए ....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
kisi se bichadne ka dard hi bahut bada hota hai,kalam bhi khamosh ho jaati hai,bahut khub
जवाब देंहटाएं