दिल जल रहा है ,
धुएं को निगल रहे है ,
ताकि ,
उन्हें पता ना चले हम राख हो गए .....
===============================
तुम्हारी बेवफाई की लो जीत हो गई ,
लो फ़िर उसकी वेदी पर के और वफ़ा कुर्बान हो गई ....
=================================
प्यार करने की कोई वजह होती नहीं पर फ़िर भी ये कर लिया ,
लो वो हमें अकेले छोड़कर चल दिए ,और मैं वजह ढूँढता रहा ....
वाह-वा बहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएं---
तख़लीक़-ए-नज़र
हमारे ब्लॉग पर आयें ,आपके लिए एक सरप्राइज़ है http://katrane.blogspot.com/2009/08/blog-post_28.html
जवाब देंहटाएंदिल जल रहा है ,
जवाब देंहटाएंधुएं को निगल रहे है ,
ताकि ,
उन्हें पता ना चले हम राख हो गए .....
waah gazab ki baat keh di,yahi pyar hai,bahut sunder.