23 जून 2009

हाइकु :मौसमकी पहली बारिश

आंधी तूफान

संगी साथी है तेरे

पहली वर्षा .....

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चुपके छुई

रात बुन्दोने भूमि

फिजा महकी .....

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चुपके हुआ

धरती का नर्तन

बुन्दोंमें नहा ....

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जुल्फें बरसी

शबनमी मौसम

भीगा चेहरा ......

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खता तेरी है

प्यार हो ही जाना था

भीगे हुस्न से ......

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2 टिप्‍पणियां:

  1. चुपके छुई

    रात बुन्दोने भूमि

    फिजा महकी .....

    ===============

    चुपके हुआ

    धरती का नर्तन

    बुन्दोंमें नहा ....

    प्रीती जी प्रक्रति क| बहुत ही खूब मानवीय बर्णन किया है बधाई स्वीकार करे
    सादर
    प्रवीण पथिक
    9971969084

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