12 सितंबर 2010

तेरी तस्वीर


चुपकेसे उसका आना ,

मेरी तनहाईकी ख़ामोशीको तोड़कर ,

मेरे कानोमें कुछ बतियाना ,

फिर खिलखिलाकर हंस देना ,

और हवाओके पंख लगाकर उड़ जाना ,

ये है मेरे प्यार का परिचय ,

तस्वीर बनकर छुपा पलकोंमें

पर आँखोंसे ओज़ल जरा जरा सा ...

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