ना मिलना तुम्हारा अब आदत बन चुकी है ,
इश्ककी वेदी पर मेरी मोहब्बत शहादत बन चुकी है ,
तुम मिलोगी तब शायद खामोश ही रह जाऊँगा ,
अब तो यादोंके मेलेमें जीनेमें भी राहतसी मिल चुकी है ...
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
अच्छी पंक्तिया है ..... ....
जवाब देंहटाएंhttp://oshotheone.blogspot.com/