कहीं तो कोई है जो दुआ बनकर आ जाता है ,
कोई तो है जो आपमें रहकर खुद को समाता है ,
वो अनदेखा चेहरा जिसकी तलाश रहती है उम्र भर ,
पर वो तो हमारे दिलमें ही धडकता जाता है ....
तलाश हमारी रूकती नहीं ,
कभी सामने किसी चेहरे को पाकर लगता है ,
हाँ ये वही है जो हममे छुपा है ,
उसे गर ये एहसास हो
तो ये रिश्ता रूहानी कहलाता है ....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पाय...

आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (04.06.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.blogspot.com/
जवाब देंहटाएंचर्चाकार:-Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)
स्पेशल काव्यमयी चर्चाः-“चाहत” (आरती झा)
बहुत भावपूर्ण.
जवाब देंहटाएंbahut khubsurat rachana aapki ...aabhar
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..
जवाब देंहटाएं