कुछ बीते दिन ,
कुछ गुजरी यादें ,
कुछ टीस कुछ हंसी ,
सब बेमानी से लगते है ,
ये जिंदगी रोज
एक नया पन्ना खोलकर बैठती है ,
रोज ये चाहत होती है उसे कोरा छोड़ने की ,
मैं मुंह फेर के बैठती हूँ ,
दूसरे दिन वहां मेरी उदासी लिखी होती है ...
ये वक्त अपनी कहानी लिखने आता है ,
ये किस्मत उसे चलाती होगी ,
जिंदगी तो मेरी होती है फिर भी ,
वहां मेले लगते है जो मेरे होते हुए भी
कभी कभी अजनबी लगते है ...
अफ़सोस या ख़ुशी के परे एक जहाँ होता है ,
मेरा मक़ाम अब शायद वहां होता है .....
कुछ गुजरी यादें ,
कुछ टीस कुछ हंसी ,
सब बेमानी से लगते है ,
ये जिंदगी रोज
एक नया पन्ना खोलकर बैठती है ,
रोज ये चाहत होती है उसे कोरा छोड़ने की ,
मैं मुंह फेर के बैठती हूँ ,
दूसरे दिन वहां मेरी उदासी लिखी होती है ...
ये वक्त अपनी कहानी लिखने आता है ,
ये किस्मत उसे चलाती होगी ,
जिंदगी तो मेरी होती है फिर भी ,
वहां मेले लगते है जो मेरे होते हुए भी
कभी कभी अजनबी लगते है ...
अफ़सोस या ख़ुशी के परे एक जहाँ होता है ,
मेरा मक़ाम अब शायद वहां होता है .....
Bahut accha sir......
जवाब देंहटाएंThanku
Bahut accha sir......
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