तुमने सोचा होगा तेरे बिन हम ना जी पाएंगे !!!
भ्रम छोडो हम अकेले चाय नहीं साथ भजिया भी खायेंगे ....
बिन तेरे खिटपिट करने वाला कोई होगा नहीं
तो रोज सुबह नौ बजे तक हम चैन से सो तो पाएंगे ....
बिन तेरे कौन रोकेगा हमें लेट नाईट मूवी देखने से
यारोदोस्तोंकी टोली में देर रात तेज बाईकिंगका मज़ा भी लेकर आयेंगे ....
बिन तेरे डायेट की भी छुट्टी होगी कुछ दिन तो
जी भर के पिज़ा ,वेफर्स ,चोकलेट ,आइसक्रीम ,हलवा जलेबी कजुकतरी खायेंगे .....
बिन तेरे मोबाइल को रखेंगे हम साइलेंट मोड़ पर ही
चलो अब तो ऑफिस में हम काम तो ठीक से कर पाएंगे ....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
26 मार्च 2011
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