कुछ ना बोलना भी बहुत कुछ कह देता है
और ये शोर भी कभी खामोशसा होता है ,
हर वक्त कोई आह्टका इंतज़ार होता है ,
बस येही जद्दोजहद कश्मकशमें जिन्दा होनेका एहसास होता है ...
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
जिन्दगी के विरोधाभास ही शायद जिन्दगी के एहसास का माध्यम है.
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