20 जुलाई 2009

तन और मन

पाँव थक जाते है कभी लंबा चलते हुए ,

मन कभी थकता नहीं पाया ....

हाथ छालोंसे भर गए मेरे पर

दिल को जलता नहीं पाया मैंने .......

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जवां रहता है इंसान अपने तरोताजा मनसे ,

तन पर ज़ुर्रियाँ चाहे कितनी ही पड़ जाए ......

कठिन काम हो कितना ही मगर

हौसलेसे जवां लोगको उम्र का तकाज़ा न रुका पाए .......

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