सुना था हमने धरती को पानी की प्यास होती है ,
क्या हुआ ऐसा की ये अब खून से सींची जाने लगी ?????
पहले इंसान ही था की गाय को रोटी और पंछी को दाना देता ,
अब गरीबों के हाथ से भी रोटी छीनी जाने लगी ???
पहले तो किसी के दर्द में साथ बैठ कर हल ढूंढा जाता था ,
अब दुःखमे साथ देने के लिए कंधे की नाकाम कोशिशें की जाने लगी ???
पहले जिंदगी की किताब खुली रहा करती थी ,
अब उसे पासवर्ड से लोक की जाने लगी ????
कभी इंसान इंसान की तारीफ पीठ थपथपा कर किया करता था ???
अब तो फेसबुक पर सिर्फ लाइक्स से पहचान की जाने लगी ???
एक भुलावे में जीने लगा है आज का इंसान ,
देखो कितने सारे लोग मुझे जानते है मुझसे बतियाते है ,
ये भरम पाल कर रखता है हरदम ,
सच में तो एक कमरे में मुठ्ठी में कैद मोबाईल में ख़ुशी ढूंढी जाने लगी ???
क्या हुआ ऐसा की ये अब खून से सींची जाने लगी ?????
पहले इंसान ही था की गाय को रोटी और पंछी को दाना देता ,
अब गरीबों के हाथ से भी रोटी छीनी जाने लगी ???
पहले तो किसी के दर्द में साथ बैठ कर हल ढूंढा जाता था ,
अब दुःखमे साथ देने के लिए कंधे की नाकाम कोशिशें की जाने लगी ???
पहले जिंदगी की किताब खुली रहा करती थी ,
अब उसे पासवर्ड से लोक की जाने लगी ????
कभी इंसान इंसान की तारीफ पीठ थपथपा कर किया करता था ???
अब तो फेसबुक पर सिर्फ लाइक्स से पहचान की जाने लगी ???
एक भुलावे में जीने लगा है आज का इंसान ,
देखो कितने सारे लोग मुझे जानते है मुझसे बतियाते है ,
ये भरम पाल कर रखता है हरदम ,
सच में तो एक कमरे में मुठ्ठी में कैद मोबाईल में ख़ुशी ढूंढी जाने लगी ???
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