19 जुलाई 2013

न मांगो .....कभी ...


थोडी हँसी दे दो ,आज दिल ग़मोंसे कायल है ,

कहता था हर कोई जो मुझसे मिला था ....

कोई ये कहता ना पाया लो ये हँसी ले लो मुझसे ,

तुम आज क्यों यूँ गुमसुम से हो ?????

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देना था दिल एक बार लो ये तुम को दे दिया ,

ये तेरी फितरत थी जिसके लिए हम तेरे शुक्रगुजार है ,

की तुने लौटती डाक से उसे वापस कर दिया ,

चलो एक नए पते की चिठ्ठी बनायेंगे ,

तू ना सही किसी नए एड्रेस पर भेज पाएंगे ..........

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