तुम्हारे हर इलज़ाम सर आँखों पर ,
तुम्हारे हर गिले शिकवे भी सर आँखों पर ,
तुम्हे टुकडोमें नहीं पाने की चाहत रही मेरी ,
तुमसे ही प्यार करते है और बिठाया है दिलमें ....
तुम्हारी मंजिल अब होगी मेरी मंजिल ही ,
तुम्हारी हर ख्वाहिश को रखेंगे सर आँखों पर ,
हमारी ख़ुशी तुम्हारे नाम करते जायेंगे ,
तुम्हारे सारे गम दे दो मुझे अबसे ,
क्योंकि ये तुम्हारे है ये सारे गम भी सर आँखों पर ........
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
priya priti ji
जवाब देंहटाएंjabki anubhutiyan aapki hain ,rachnayen
sabke liye hain .padha man vibhor ho gaya . saras
prabhavkari bhav .bahut sundar. dhanyavad ji .