कल एक फिल्म देखी "रोबोट "....
एक सायंस फिक्शन फिल्म ...जिसे हम एक अच्छी फिल्म कह सकते है जो भारत में बनी है ....वैसे तो जो लोग इंग्लिश फिल्मे देखते है उन्हें ये फिल्म कुछ खास नहीं लगेगी पर ...जरा हटके स्टोरी ...विज्ञानकी मददसे हमने रोबोट बनाया और फिर उसमे मानव का एहसास भी भरा जाए तो क्या हो सकता है उसका भारतीय स्टाइल में अद्भुत चित्रण ....शाहरुख़ ,आमिर ,सलमान से अलग रजनीकांत क्यों साउथ इंडिया में इतना पोप्युलर है ये पता चलता है ...गानों का फिल्मांकन भी कुछ हटके है वैसे ऐसी फिल्मों में गाने ना हो तो भी चले ....मानव की बनायीं गयी मशीन मानव के लिए कितनी परेशानी पैदा कर सकता है उसका अच्छा चित्रण ....फिल्म में सिर्फ और सिर्फ रजनीकान्त है ....फिल्म की एक्शन हमें सिटमें बांधकर रखती है ...अंत थोडा ज्यादा ही खिंचा गया है ...पर कुछ अलग देखना चाहते हो तो एक बार देखें ....
एक बात थोड़ी सी अखरी...अमिताभ बच्चन जैसा मिलेनियम स्टार का नाम भी सिर्फ अमिताभ बच्चन ही लिखा जाता है पर रजनीकांत का नाम सुपरस्टार रजनीकांत लिखकर आता है .....
वैसे फिल्म देखनी हो तो दिमाग और तर्क को घर की तिजोरी में लोक करके जाइए ..तो मजा आएगा .......
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
14 अक्तूबर 2010
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