तेरे इंतजारमें बिछी आँखोंको
सुकूनकी तलाश तेरे दीदार की ,
या तो खुद आ जा
या संदेसा भेज तेरे आने का ...
इतनी भी देर मत कर यारा ,
तेरे इंतज़ारमें मेरी रूह
निकल जाए दूर किसी राह पर
बस तेरी तलाश बनकर .....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
1 अक्तूबर 2010
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