कोई ये कैसे बताएं की वो तनहा क्यों है ?????? एक फिल्म अर्थ की ये बेहतरीन ग़ज़ल है ..........
तो शायद इस का जवाब देने की कोशिश की मैंने ............
तलाश एक हाथ की जो साथ दे उम्र भर के लिए
वो प्यास जो अनबुझ ही रहे जाम हाथ में ही लिए
दरियाके किनारे लहर दूर जाती नज़र आये उसे छूते ही
प्यार वो ही ना दे पाए जिससे उम्मीद कर बैठे उसकी
चाह उसको ना हो हमारी जिस पर फ़ना हो जानेकी थी कसम हमारी
दिल तो धडकता हो पर जिसमे उसका नाम ना सुनाई दे
हमारे जनाजे को भी रहे उसका इंतज़ार हो
और वो हमारी अंतिम ख्वाबगाह पर ना आये कभी
फिर भी देखो बड़ी शिद्दत से जी लिए हम ये जिंदगी तुम बिन
तनहाई को भी सजा लिया तेरी फुरकतसे हमने भी
एक उफ़ ना की एक आह ना निकली कभी इस दिलसे कभी
बस ये सोच लिया हम मिले ही ना थे कभी
कोई ये कैसे बताये की वो तनहा यूँ है .....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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