अय सितमगर तुने दिल तोडा कुछ ऐसे
वजूद मेरा कतरा कतरा बन बिखर गया ,
फिर भी हर कतरेमें जान अभी बाकी है ,
पूछ रहा है मुझे क्यों जिन्दा हूँ मैं ...
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
आपकी कविताओं का अंदाजे बंया अच्छा लगा। शुभकामनाएंhttp://gullakapni.blogspot.com गुलमोहर
जवाब देंहटाएंदिल टूट गया मगर हर कतरे में जान अभी बाकी है ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर ..