16 दिसंबर 2009

हवाएं चली .....

हवाओंने कुछ ऐसा रुख कर दिया आज

दिलका दर्द आँखोंमें अश्क की जगह

होठों पर मुस्कराहट बन

खिलता चला गया .......

==============================

अय खुदा जब होगा सामना तब तुझसे ये पूछेंगे ,

दिल दे दिया जब तब उसकी किस्मतमें बार बार टूटना क्यों लिख दिया ????

===================================================

दर्दकी कसक बन जाती है चिंगारी

अय बेवफा जब जहनमें नाम भी आता है तेरा ....

2 टिप्‍पणियां:

  1. अय खुदा जब होगा सामना तब तुझसे ये पूछेंगे ,

    दिल दे दिया जब तब उसकी किस्मतमें बार बार टूटना क्यों लिख दिया ????

    waah........bahut hi gahan .

    जवाब देंहटाएं

विशिष्ट पोस्ट

मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!

आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...