16 अक्टूबर 2009

उम्मीदकी नई किरण लेकर आई है दीपावली

उम्मीद की नई किरण लेकर आई है दीपावली ,
तिमिर से तेज तक का नया सफर है दीपावली.....
बुझती हुई जिंदगी में आशा की नई किरण है दीपावली,
जिंदगी में ख़ुशियाँ उजागर करती है दीपावली ......
निराशा से बुझ रहे दीप में आशा का तेल है दीपावली ,
हकीकतों से नए ख्वाबों तक का सफर है दीपावली ......
दुश्मनों से प्यार से गले मिलने का पर्व है दीपावली ,
बिछड़े हुए अपनों से मिलने का अवसर है दीपावली......
सूरज-चाँद -सितारों से भले देदीप्यमान हो साल भर की सब रातें ,
अपने आँगन में दीप बनाकर उन्हें कैद करने की रात है दीपावली ......
पटाखों की शरारतें, रंगोली का रंग भरा अहसास,पकवानों की मिठास है दीपावली,
लक्ष्मी पूजन का सुअवसर है तहे दिल से उसका स्वागत है, आज है दीपावली ....
अपने सारे ग़मों को विदा कर दो इस बहती हुई रात के साथ ,
आज नई उम्मीदों का सूरज लेकर आई रात है ये दीपावली ....

5 टिप्‍पणियां:

  1. उम्मीदों की किरण यूं ही जगमगाती रहे।
    आपके, हम सबके जीवन को सुखमय बनाती रहे।
    दीपपर्व की अशेष शुभकामनाएँ।
    -------------------------
    आइए हम पर्यावरण और ब्लॉगिंग को भी सुरक्षित बनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  2. वाह......सुन्दर भाव !

    आपको और आपके परिवारजन को
    दीपोत्सव की हार्दिक बधाइयां
    एवं मंगल कामनायें.......

    जवाब देंहटाएं
  3. आपको और आपके समस्त प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामना !!!
    स्वप्न मंजूषा

    जवाब देंहटाएं
  4. आपने दीपावली के विभिन्न आयामों को ब-ख़ूबी पारिभाषित किया है। हैप्पी दीवाली।

    जवाब देंहटाएं

विशिष्ट पोस्ट

मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!

आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...