जिसने मेरी धड़कनोंको सुना,
जिसने मेरे ख्वाबोंको सींचा,
हौलेसे खोले जिसने मेरे पंख,
मेरी कसकसे रोई जिसकी आँख,
कैद मुजे है कर लिया सलाखोंमैं प्यार की ,
फिर भी उडान संग उसके भरी मैंने खुले आसमानकी,
अय मेरे ख्वाब और उसकी ताबीर,
चुराके रख लिया है तुम्हे जहाँ से ऐसे ,
तुम्हारा नाम भी जबान पर न लाऊंगी......
Nice.
जवाब देंहटाएंkya khoob bhav hain.
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