
दिलके तहखानेमें आज कुछ ऐसे जाना हुआ ,
गर्दसे लिपटी सिमटी एक कोनेमें ,
वो भुलाये वक्तकी दहलीजमें ,
एक खामोश दिलरुबा का पाना हुआ .....
अंगुलीको छू जानेसे उसके तारको
जैसे सारे सूर आजाद हो गए .....
पहले प्यार की तरह छुपकर बैठे
सारे तराने फिजाओंमें बह चले .......
its good....
जवाब देंहटाएंअंगुलीको छू जानेसे उसके तारको
जवाब देंहटाएंजैसे सारे सूर आजाद हो गए .....
पहले प्यार की तरह छुपकर बैठे
सारे तराने फिजाओंमें बह चले
wah sunder ehsaas
sunder ehsaas
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