खुशियों का पता पूछ रहे थे हम फिजाओंसे ,
सूखे कुछ पत्ते आकर बिखर गए बहती हवाओंसे .....
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जिंदगीका खास होना एक आम बात हो जाती ,
तुम जो रुक जाते जिंदगीमें तो ये जिंदगी सौगात हो जाती .........
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कुछ कहना कुछ सुनना ये सिलसिला बना था ,
अचानक छाई खामोशी तब बातें तुम्हारी तडपाने लगी ........
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तुम्हारी खामोशीने कुछ ऐसा हमें तडपा दिया ,
कोसा हमने अपने आपको क्यों हमने तुम्हे न बोलने की कसम दी थी ???....
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जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
बहुत बढ़िया पेशकश!!
जवाब देंहटाएंsaare sher bahut achhe lage.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएं---
गुलाबी कोंपलें
बढ़िया!
जवाब देंहटाएंघुघूती बासूती
Hello
जवाब देंहटाएंIt has a nice blog.
Sorry not write more, but my English is bad writing.
A hug from my country, Portugal
खुशियों का पता पूछ रहे थे हम फिजाओंसे ,
जवाब देंहटाएंसूखे कुछ पत्ते आकर बिखर गए बहती हवाओंसे .....
waah !
sookhe pattoN ke zikr ne iss sher ko
jaandaar bna diya hai....
aapki qalam ko salaam...
aur...khaamoshi wala sher bhi lajwaab hai.
badhaaee. . . . .
---MUFLIS---
जिंदगीका खास होना एक आम बात हो जाती ,
जवाब देंहटाएंतुम जो रुक जाते जिंदगीमें तो ये जिंदगी सौगात हो जाती .........
बहुत शानदार प्रीती जी ..आभार !!!!!