हर रात एक अजीब इत्तेफाक होता है
आप जब याद आते हो एक सितारा चमकता है,
ढूंढती है निगाह और सामना आयनेसे होता है,
उसमें अक्स हमारा नहीं आपका होता है.........
==========================================================
जब खयालोंमें विरानीयां नजर आती है,
बहार बनकर उसमें याद आपकी समाई,
तनहा नहीं कोई मंझर इस जिंदगीका अब,
जहां कदम हमारे बढे आपकी दोस्ती साथ नजर आयी......
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
22 जनवरी 2009
हर रात अजीब इत्तेफाक होता है ......
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
ढूंढती है निगाह और सामना आयनेसे होता है,
जवाब देंहटाएंउसमें अक्स हमारा नहीं आपका होता है.........
खूबसूरत रचना...वाह...
नीरज
ढूंढती है निगाह और सामना आयनेसे होता है,
जवाब देंहटाएंउसमें अक्स हमारा नहीं आपका होता है.........
खूबसूरत रचना...वाह...
नीरज
usmein aks hamara nhi aapka hota hai
जवाब देंहटाएंbahut sundar panktiyan aur ahsaas
सुन्दरतम मनोभिव्यक्ति!
जवाब देंहटाएं---आपका हार्दिक स्वागत है
चाँद, बादल और शाम
bahut badhiya rachana . dhanyawad.
जवाब देंहटाएं