26 सितंबर 2011

तो समजो प्यार है ....

जरासी आहटसे  धडकता है दिल 
तो समजो प्यार है ,
आँखोंमें इंतजारकी लाली है 
तो समजो प्यार है 
कहीं दिल न लगे और खुद में हो जाए गम 
तो समजो प्यार है 
आयने में अक्स अपना नहीं लगे 
तो समजो प्यार है 
अपनी तस्वीरमें उसकी तस्वीर नज़र आने लगे 
तो समजो प्यार है 
उसके आने पर नज़र झुक जाए 
तो समजो प्यार है 
होठोंसे नहीं बातें जब नज़रोंसे बयां हो जाए 
तो समजो प्यार है ....
एक नज़रमें किया उनका इज़हार जब इकरार कहलाये 
तो समजो प्यार है .....

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