9 जून 2011

जाने भी दो यारो

मुझे जरुरत है आज वातानुकूलित प्यार की ................
खानेमें मेगी नुडल्ससे पेट भरना चलेगा ,
रोटीका बनना महीनेमें एक बार भी चलेगा ,
पर घरमें बड़े सोफे होने जरुरी है
नींद उसमे सो कर ना आये तो चलेगा ......
मिलती है हर चीज आज किश्तों पर यारो ,
प्यार यार ना मिले तो चलेगा ....
लड़के की तनख्वाह होनी चाहिए छ आंकड़ोमें
चरित्रमें थोडा ढीला ढाला हो तो चलेगा ....
सासू साले को संभालना जरुरी है यारो लाखोके दहेज़ के बाद ,
माँ बाप भाई बहेनसे मुंह मोड़ लेंगे तो चलेगा ......
लोग तो बी एम् डब्ल्यू कार को देखकर इम्प्रेस होते है ,
घरमें कल के लिए राशन नहीं होगा तो भी चलेगा ....
क्रेडिट कार्ड पर मुहैया है अब तो सभी बाज़ार में ,
बेंकमें उतना बेलेंस नहीं होगा तो चलेगा ......
करोडपति के लिस्ट में नाम है ये बहुत बड़ी बात है यार ,
इंसानियतके नाम पर एक धब्बा भी हो तो चलेगा .....

3 टिप्‍पणियां:

  1. बिल्कुल सही बात है। आजकल दिखावे का ही जमाना है। "दिखाने के लिए कुछ भी करेगा"

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  2. लड़के की तनख्वाह होनी चाहिए छ आंकड़ोमें
    चरित्रमें थोडा ढीला ढाला हो तो चलेगा ....
    सासू साले को संभालना जरुरी है यारो लाखोके दहेज़ के बाद ,
    माँ बाप भाई बहेनसे मुंह मोड़ लेंगे तो चलेगा ......

    bhuat sundar rachna

    vikasgarg23.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं

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