जिंदगीने न प्यार किया ये शिकवा लब पर रहा ,
हमने जिंदगीको प्यार करना सिखा अब जिंदगी को शिकवा रहा ...
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रातको ख्वाब सो रहे थे ,
मेरी अधखुली आंखोंमें .....
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नींद का ख्वाबोंसे रिश्ता कहाँ ?
नींद उड़ जाती है ,ख्वाब ठहर जाते है .......
ચોખી રચના !! તમારે બ્લોગ માં પૈલી બાર આવયો! ગુજરાતી બોલવા પૂરી નથી આવે કોશિશ કરું છું !
जवाब देंहटाएंरातको ख्वाब सो रहे थे ,
जवाब देंहटाएंमेरी अधखुली आंखोंमें .....
waah bahut sunder baat.
दुनिया में कुछ नहीं इन आंखों में दोष था
जवाब देंहटाएंहर झूठ मुझको सच ही लगता रहा यहां।