31 अक्तूबर 2015

औरत : तेरी कहानी (8 )

मेरा ये कॉलेज का आखरी साल था  . मैंने संगीत महाविद्यालय से भी गायन विभाग में स्नातक की पदवी ले ली थी  . छोटे मोटे इवेंट में मुझे बतौर कलाकार बुलाया जाता था  . इस दौरान मेरे कॉलेज में एक बहुत ही बड़े रिआलिटी  शो में हिस्सा लेने के लिए इवेंट हुआ  . और मेरा सिलेक्शन तय होने की खबर मुझे आज ही मिली थी  . दीदी के कारण  मैं कुछ भी नहीं बोली  . पापा दूसरी सुबह उठे और आँगनमे एक ठन्डे पानी की पूरी बाल्दी  खुद पर उंडेल ली।  जोर से बोले मेरी बेटी आज से मेरे लिए मर गयी है और इस घर के लिए भी  .... मेरे केवल एक ही बेटी है  . अगर कोई बड़ी से रिश्ता रखेगा तो उसे भी इस घर से बहार जाना पड़ेगा  .
घर के माहौल में भूचाल आ गया  . सिर्फ दादी को छोड़ सब हक्के बक्के रह गए थे  … दीदी ने कोई गुनाह नहीं किया था की उन्हें इस तरह सजा दी जाय  .
मेरे सिलेक्शन की खबर मेरी जुबान तक आ ही नहीं सकी  न मैंने माँ से भी बात की  . ये वक्त ऐसी बात के लिए अनुकूल नहीं था  .  दो दिन बाद वो रिआलिटी  शो का एक नुमाइन्दा मेरे घर पर आया  . पापा उस वक्त घर पर ही थे और मैं कॉलेज जा चुकी थी  . पापा ने उसके आने का प्रयोजन पूछा  . सारी बात जानी और ऑफिस चले गए  .  मुझे माँ ने तो बताया पर पापा की कोई प्रतिक्रिया नहीं थी  .
आज शनिवार था  . पापा ने मुझे कॉलेज से जल्दी घर आने को कहा  . मैंने चुप चाप हामी भरी और चली गयी  . पापा ने माँ से कहा की मुझे शाम लड़के वाले देखने आने वाले है  . और मुझे शाम को सब देखने भी आये  . पापा ने उन्हें दीदी के बारे में इत्तिला दी और ये भी कहा की उससे मेरा कोई वास्ता नहीं  . लड़के ने कहा मैं एक बार आपकी बेटी से बात करना चाहता हूँ और वो भी घर से बहार कहीं जाकर  .
पापा मना नहीं कर सके  . उस लड़के के साथ मैं पास के बगीचे में गयी  .
लड़का बोला : देखो ,मुझे तुम्हारी दीदी से कोई लेना देना नहीं पर तुमसे जरूर है  . मुझे ऐसा लग रहा है की दीदी की वजह से तुम्हारी शादी जल्दबाजी में की जा रही है  ज़ो गलत भी है  . मैंने तुम्हे टी वी पर देखा है कई बार  . इस लिए मैं तुम्हे ये पूछना चाहूंगा की क्या तुम आपने शौकको मार देना चाहती हो ??? तुम्हे अपने एक अच्छे कॅरियर की बलि देनी है शादी करके  ???
मैंने कहा : मेरे लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा  . पर मैं दीदी के लिए खुश हूँ  . लाखो में एक भारतीय को ऐसा मौका मिलता है  तो उसके लिए ये बलिदान जाया नहीं जाएगा  . वक्त पिताजी  को अपनी गलती मैंने पर और दीदी को माफ़ करने पर मजबूर कर देगा  .
पापा और दादी को एक बेटे की इच्छा थी  . अब मैंने भी खिलाफत कर दी तो बेटी के जन्म के लिए गलत संदेश जायेगा  . और ऐसा भी हो की ये समाज बेटी को पनपने का मौका ही न दे  !!!
लड़के ने कहा : देखो मैं ये शादी के लिए तभी राजी होऊंगा जब तुम अपना कॅरियर शादीके बाद भी नहीं छोड़ोगी !!! मैं नए ज़माने का लड़का हूँ और मेरी भी जिम्मेदारी है की मेरी होने वाली पत्नी की ख्वाहिशें मेरी भी इच्छा बने  !!!! बस मेरी उम्र तुमसे कुछ ज्यादा है  . तुम्हारे पिताजी ने नहीं बताया होगा की मैं तुम से दस साल बड़ा हूँ  . तुम सोच विचार कर जवाब देना !!!!
और हम वापस लौटे  … 

2 टिप्‍पणियां:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, डे लाईट सेविंग - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  2. आपका ब्लॉग पढ़कर मुझे बहुत ही अच्छा लगा

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