मेरी आज तककी सबसे फेवरिट फिल्म है ...जब वी मेट .....
करीनाका गीत के पात्रमे एक सजीवता ....वो कितनी शरारतें करती है मन मानी करती है और करवाती भी है ....उसके कुछ डायलोग आज एक अलग अंदाजमे कहना चाहूंगी ....
.तो एक शब्द "दाल " कितना अलग मतलब कर देता है हर वाक्य का इसके कुछ नमूने :
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तुमने अभी तक मेरा (बचपना ) सब्जी रोटी ट्राई किया ना !!!!
मजा आयाना
तो अब मेरा ( पागलपन ) दाल चावल ट्राई करो ....
बड़ा मजा आएगा ...धुदुम !!!!!!
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तुम हमेशा यु दाल दाल ( बक बक ) करती रहती हो या आज कोई खास ओकेजन है ???
नहीं मैं तो हमेशा यूँ ही दाल दाल ( बक बक ) करती रहती हूँ ..क्यों ???
नहीं मेरा ये पहली पहली बार है ...तेरे जैसी कोई मिली नहीं ना आज तक .....
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मैं गुजरातकी तुवर दाल हूँ कोई डाउट मत रखना ....
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तुम्हे म्यूजियममें रखना चाहिए ....
और तुम्हे देखने दाल ( टिकट ) लगनी चाहिए ....
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कुछ फिल्मों के नाम :
दालें जमीं पर ( तारे जमीं पर )
दाल दाल होता है ( कुछ कुछ होता है )
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