कभी दिल पुकारे किसीको ,
वो जवाब नहीं देता ,
शायद मशरूफ हो ,
शायद वो बहुत दूर हो ,
शायद उसे मेरी सदा एक भ्रम लगी हो ,
शायद उसने मेरी सदा सुनी ही न हो ,
शायद उसे मेरा साथ पसंद न हो ,
शायद वो किसी और के साथ हो ,
शायद वो मुझे भूल गए हो ,
शायद उस की जिंदगीमें मेरा कोई वजूद बाकी न हो ,
शायद उसको मेरा साथ न पसंद हो ,
शायद मुझसे वो दूरी चाहते हो ,
शायद मेरा और उसका साथ यहीं तक हो ,
शायद वो किसी मोड़ पर बिना कहे मूड गए हो ,
क्यों सोचती रह गयी मैं ये सब ??????
बस कोई साथ भले छोड़ जाए यादोंको मिटा पाना उसके बस का नहीं ....
देखो ये यादोके फूल
जिस पर कोई पतज़र या बहारोंका असर नहीं है !!!!
मुझे अब उसके साथकी कोई तलब नहीं है !!!!
वो जवाब नहीं देता ,
शायद मशरूफ हो ,
शायद वो बहुत दूर हो ,
शायद उसे मेरी सदा एक भ्रम लगी हो ,
शायद उसने मेरी सदा सुनी ही न हो ,
शायद उसे मेरा साथ पसंद न हो ,
शायद वो किसी और के साथ हो ,
शायद वो मुझे भूल गए हो ,
शायद उस की जिंदगीमें मेरा कोई वजूद बाकी न हो ,
शायद उसको मेरा साथ न पसंद हो ,
शायद मुझसे वो दूरी चाहते हो ,
शायद मेरा और उसका साथ यहीं तक हो ,
शायद वो किसी मोड़ पर बिना कहे मूड गए हो ,
क्यों सोचती रह गयी मैं ये सब ??????
बस कोई साथ भले छोड़ जाए यादोंको मिटा पाना उसके बस का नहीं ....
देखो ये यादोके फूल
जिस पर कोई पतज़र या बहारोंका असर नहीं है !!!!
मुझे अब उसके साथकी कोई तलब नहीं है !!!!
बहुत सुन्दर रचना है बधाई।
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