1 जून 2011

इंतज़ार

लौटोगे कब ???
ये कहना है ...पर अभी अलविदा भी ना कहा मैंने ???
बस ऐसे ही तुम्हारा जाना तो अच्छा है ,
पर जिंदगीके कुछ पल मेरे अज़ीज़
बस शुन्यवाकाशमें चले जायेंगे ....
बस वहां पर आप हमें सबसे ज्यादा याद आएंगे !!!!!
यादोंका सिलसिला एक बार फिर चल पड़ेगा ....
बस यूँही तुम्हारे लौटने का इंतज़ार होगा ...
और तुम आ जाओगे तो मुझे पता भी नहीं चलेगा
तुम मेरे सामने मेरे पास होगे
और मैं अभी भी तुम्हारे खयालोमें ......

1 टिप्पणी:

विशिष्ट पोस्ट

मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!

आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...