14 फ़रवरी 2011

प्यार को समजो कुछ ऐसे भी

प्यारकी तलाश तोहफोंमें मत कर अय नादान ,
तेरा दिल जो धड़क गया तो समज ये है प्यार का निशाँ ....
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प्यार दबे पाँव आने वाला एक जज्बा है ,
वो कभी शोर नहीं मचाता ,
शर्मीला है ये जज्बा इतना ,
की शोर होते वो छुप जाता है शर्मसे दुपट्टेमें लहराकर .....
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पा लेने का नाम प्यार नहीं समज ये अधुरा है एक अर्थ ,
प्यार पूरा होता है जब ना पाते कुछ सब कुछ लुटा देता है कोई .....

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