दफन करके लौटा हूँ
वो सारी मुलाकातें तुम्हारी ,
यादें तुम्हारी ,किस्से तुम्हारे ,
तुमसे निजाद पाने का एक रास्ता ये भी था ......
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नयी कोपलें फुट कर बाहर आ गयी
जहाँ मेरे अरमान दफन थे ,
फिर सहेजे उसे अहेसासकी बूंदोंसे
फिर दिल ज़ख्मवार होने बेताब था तो ....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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