कलम तोड़ दूँ ,कागज़ फाड़ दूँ ऐसा गुस्सा आता है कभी ,
अल्फाजों को भी लुकाछिपी खेलने का शौक जगता है ,
बस चुपचाप आसमां को ताक लें बिना कुछ कहें ऐसा दिल करे ,
समज लो एक नए एहसास को जनम लेने की घड़ी करीब है .........
============================================
नवरात्री के उपलक्ष्यमें दो खास पोस्ट आने वाले दिन में .....
इंतज़ार करें ....
आपने ये भी खाश ही लिखा है आने वाले पोस्ट का इन्त्ज़ार रहेगा
जवाब देंहटाएंबस चुपचाप आसमां को ताक लें बिना कुछ कहें ऐसा दिल करे ,
जवाब देंहटाएंसमज लो एक नए एहसास को जनम लेने की घड़ी करीब है
hmm gusse mein chipi nazakat bhi hai,bahut khub.