उन खुबसूरत लम्हों में तुम्हारा साथ थे ,
तुम साथ थे तो ये लम्हे खुबसूरत थे ,
ये लम्हे खुबसूरत थे तो तुम मेरे साथ थे ,
तुम हो या ना हो पर हर लम्हे पर मेरी मौजूदगी थी ...
इस हकीकत को नकारा नहीं सकते ,
किसीकी चाहत खुद का वजूद ख़त्म होने पर नहीं होती ....
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
9 अप्रैल 2011
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