12 फ़रवरी 2011

वसन्त: प्यार की फुहार

बस एक शब्द तलाश कर रहे है हम ,
जो प्यार का मतलब समजा दे इस बार ......
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दिल की धड़कनका फोटोग्राफ देख लो ,
चलो मेरे दिल पर तुम्हारा ओटोग्राफ भी देख लो ....
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एहसास नदी की लहरों पर उसकी तस्वीर छोड़ जाते है ,
मेरे दिलके रेगिस्तानमें एक लाल गुलाब महकाते है ...
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तुमसे कहने के लिए अल्फाज़ नहीं मिले ,
तेरे सर पर सजने के लिए कोई ताज भी नहीं मिले ,
कहना चाहा तुम्हे अपना तो अल्फाज़ नहीं मिले ,
फिर भी लगा हरदम तुम्हे देखकर की हम पहली बार नहीं मिले ...........

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