सुलगते दीपककी लौमें देखे चेहरेकी
मुस्कान नशीली सी महफ़िल रोशन कर गई .......
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ख़ामोशी खामोश हो जाती है ,
तनहाई जब बोलने लगती है .....
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अश्ककी भाषाने दिखाया हमें
आपके हाले दिल का अक्स ......
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...

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एहसान या क़र्ज़ कहाँ होता है इस दुनिया में ??? ये तो रिश्तोंको जोड़े रखने का बहानाभर होता है .... बस मिट्टी के टीले पर बैठे हुए नापते है ...
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बंदिशें बनती है धूपमे भी कभी , सरगम बनकर बिछ जाता है धूप का हर टुकड़ा , उसके सूरसे नर्तन करते हुए किरणों के बाण आग चुभाते है नश्तरों के ...
ख़ामोशी खामोश हो जाती है ,
जवाब देंहटाएंतनहाई जब बोलने लगती है .....waah kya baat kahi,bahut khub
अश्ककी भाषाने दिखाया हमें
जवाब देंहटाएंआपके हाले दिल का अक्स ......
waah! kya sundar bhaw hain.!!