इस जोक के लिए मैं सभी डॉक्टर से क्षमाप्रार्थी हूँ ...लेकिन फ़िर भी ...
बेचारे डॉक्टरों की भी क्या जिंदगी होती है ????
आधी जवानी तो पढने में ही पुरी हो जाती है .....अब उनकी प्रेम कहानी कैसी हो सकती है ?????
पढो ये नमूना :
मैं बारहवी कक्षामें था ,वो भी बारहवीमें ही थी ...
मैं एम् बी बी एस में गया ,वो बी एस सी में गई ....
मैं एम् बी बी एस में था , वो एम् एस सी में गई ....
मैं एम् बी बी एस में था , वो पी एच डी हो गई .....
आगे सुनो ....
मैं एम् बी बी एस में था , वो डॉक्टर बन गई .....
मैं पी जी एंट्रेंस दे रहा था , वो दो बच्चोकी माँ बन गई ....
मैं एम् डी कर रहा था ,उसके बच्चे दसवी पास हो गए ....
मैंने हॉस्पिटल शुरू किया , चलो मैं खुश हूँ .....
मगर अफ़सोस उसने परिवार नियोजन अपनाया
और अब मेरी सगाई हो रही है ..........
जिंदगी मेरे लिए ख्वाबोंके बादल पर उड़नेवाली परी है .!! जो हर पल को जोड़ते हुए बनती है, और उन हर पलोंमें छुपी एक जिंदगी होती है ....
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विशिष्ट पोस्ट
मैं यशोमी हूँ बस यशोमी ...!!!!!
आज एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करने जा रही हूँ जो लिखना मेरे लिए अपने आपको ही चेलेंज बन गया था । चाह कर के भी मैं एक रोमांटिक कहानी लिख नहीं पायी ...
सुखद भविष्य की शुभकामनाएं... :)
जवाब देंहटाएंbahut badhiya hai ji,waah
जवाब देंहटाएंwaah ..........bahut hi khoobsoorat vyangya.
जवाब देंहटाएंhaq ha ha..... maza aagya aapse kuch nya padne ko mila...........
जवाब देंहटाएंJay Ho Mangalmay Ho