25 अगस्त 2009

कभी कभी .....

कभी कभी ऐसा भी होता है की मन बेवजह खुश होता है ,

कभी कभी ऐसा भी होता है मन बिना मतलब दुखी होता है ....

कभी कभी बेतुकेसे ख्याल आ जाते है बेवजह मनमे ,

कभी कभी बेमतलबसा जीना भी अच्छा लगता है ......

कभी कभी टहलने निकल जाते है यूँही दूर तक ,

कभी कभी बेसुरा गाना भी अच्छा लगता है ....

कभी कभी मंजिलके पास होने पर भी उससे दूर रहने को दिल करता है ....

कभी कभी मंजिलको पाने की ख्वाहिशमें जानिस्सार करने को दिल करता है ...

कभी कभी आपको ये समज आ जाए

की ये तो आपके साथ भी अक्सर होता है ,

तो फ़िर यारों गम किस बात का बस सोचो यही ,

बहुत कुछ बाकी है जिंदगी में ये बेमतलब नहीं हुई अभी ,

अभी भी गुन्जायिश बाकी है इसमे क्योंकि प्यार कभी भी हो सकता है .....

3 टिप्‍पणियां:

  1. कभी कभी बेमतलबसा जीना भी अच्छा लगता है ......

    कभी कभी टहलने निकल जाते है यूँही दूर तक ,

    कभी कभी बेसुरा गाना भी अच्छा लगता है ....
    bilkul ji aisa hi mann karta hai kabhi kabhi,dil ki baat ke di,bahut khub.

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