21 जनवरी 2009

ये जिंदगी आपकी अमानत है ..........



कभी फुर्सतमें मिलते हो ,कभी फुरकतमें मिलते हो ,

कभी भरे बाज़ारमें मिलते हो , कभी ख्वाबोंमें दिखते हो ,

कभी लब्ज़ भर कुछ कहते नहीं ,कभी आंखोंकी जुबांसे बोलते हो ,

ये जिंदगी आपकी अमानत है ,ये कहानी खामोशीसे कहते हो ............


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इनकार नहीं किया कभी ,इंतज़ार नहीं किया कभी ,

इकरार किया नहीं कभी फ़िर भी हम पर ऐतबार कर लिया अभी ....???

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एक कोरे कागज़ पर उभरी हुई तसवीर थी तुम ,

एक रात देखा एक सुनहरे ख्वाबकी ताबीर थी तुम ,

एक अंजाम जो खुशफहमीका सोचा था उसका आगाज़ थी तुम ,

एक सच जो सिर्फ़ ख्वाबमें ही अच्छा दिखा था आज हमारी बीवी हो तुम ....

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please change the word woman and read as under :

w.o.man means world of man .......

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