9 सितंबर 2010

क्यों ??

भीगे कपड़ो में भी तन कोरा ही रहा ,
भीड़में भी ये दिल तनहा ही रहा ,
प्यार के फुल तो खिले थे इस बाहरमें भी ,
बस उसकी खुशबूसे क्यों मेरा ही मन कोरा रहा ????

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